साथी भारत भूषण चौधरी की महत्वपूर्ण टिप्पणी
गणितज्ञ, वैज्ञानिक वशिष्ठ नारायण सिंह के मौत पर जो खबरें, संवेदना संदेश, अखबारों के सम्पादकीय आदि आ रहे हैं, सभी उन्हे समय पर आर्थिक सहायता मुहय्या नहीं करने को दोष दे रहे हैं। इस मौके पर चिन्हित करना चाहूंगा कि मानसिक बीमारियां अनुवांशिक (heridetary) होती हैं जिन्हें समय पर detect कर इलाज न किया जाय तो बाद की स्थिति में हम असहाय हो जाते हैं।
वशिष्ठ बाबू schizophrenia के मरीज थे, जिसका संज्ञान लेने में उनके परिवार के सदस्यों, मित्रों (जागरूकता के अभाव में) ने काफी देर कर दी। यदि उनका सही इलाज समय पर हो जाता तो नोबल पुरस्कार विजेता जॉन नैश (संदर्भ उनकी जीवनी पुस्तक A Beautiful Mind जिस पर होल्लिवूड में प्रसिद्ध फिल्म भी बन चुकी है) की तरह वशिष्ठ बाबू भी मानवता के लिये और ज्यादा योगदान करते।
वशिष्ठ भाई को सच्ची श्रद्धांजली देने के
लिये मानसिक रोगों के बारे में जागरूकता फैलाना, सभी नागरिक के मानसिक स्वास्थ के जांच की सुविधा उपलब्ध कराना और मानसिक रोगों के इलाज की सुविधा को हर व्यक्ति के लिये मुहय्या कराने की मुहिम से हम सब को जुड़ना होगा तभी हम ऐसे हजारों वशिष्ठ नारायण सिंह के प्रतिभा को आगे ला पायेंगे, उन्हे बचा कर रख पायेंगे।
Bharat Choudhary
Great content as always. I like the idea of using listicle posts on social media. Even I used this few times and it has always worked great for me.. वास्तव में बढ़िया लेख, मुझे आशा है कि मैं इस तरह के कई और ब्लॉग लेख देख सकता हूँ!