भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और इलाहाबाद में पिछले लोक सभा चुनाव में मुँह की खाने के बाद राज्य सभा के पिछले दरवाजे से संसद में जगह पाने वाले मुरली जोशी इस बार बनारस से चुनाव लड़ रहे हैं । एक सभा में कल उन्होंने कहा कि राजनारायण यदि होते तो मेरा (जोशी का) साथ देते ।
अब जरा याद कीजिए लोकबन्धु राजनारायण द्वारा बनारस में लड़े गए अन्तिम लोक सभा चुनाव की । वे लोक दल के उम्मीदवार थे , कांग्रेस के उम्मीदवार पण्डित कमलापति त्रिपाठी थे तथा जनता पार्टी के प्रत्याशी के प्रत्याशी इन दोनों महारथियों से कम वय के ओमप्रकाश थे ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने राजनारायण को इतना बड़ा खतरा माना कि अपने पिछड़े उम्मीदवार ओमप्रकाश को छोड़ कमलापति त्रिपाठी को समर्थन देने का स्वयंसेवकों को ’निर्देश’ जारी कर दिए। पंडितजी चुनाव जीत गये तथा ओमप्रकाश ’अपनों’ की नीति के कारण तीसरे नम्बर आ गए थे । मुरली जोशी क्या यह भूल गये हैं ?
आप ने सही कहा। कोटा में उन की सभा रामपुरा पीपल के नीचे हुई थी। तब उन पर इमारतों से पत्थर बरसाए गए थे। बरसते पत्थरों के बीच उन्हों ने 25 मिनट भाषण दिया। 1980 चुनाव में रा.स्व.सेवक संघ और भाजपा ने उन्हें अपना सब से बडा शत्रु माना था।
Accha kiya jo aapne yaad dila diya.
joshi kya charca karne layk hae ?
[…] क्या किया था संघियों ने लोकबन्धु और अप… […]
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